जीवन के वैज्ञानिक पहलुओं के बारे में जागरूक हों युवा : डॉ. राय

जीवन के वैज्ञानिक पहलुओं के बारे में जागरूक हों युवा : डॉ. राय

भरतपुर(राजस्थान)' जय हिन्द Newz

रिपोर्ट : डॉ. प्रशांत यादव



23 जनवरी2024 : राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सानिध्य में वैज्ञानिक दृष्टिकोण सोसायटी और सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान संचार कार्यशाला, “विज्ञान के साथ कदमताल” विषय पर सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर परिसर में मंगलवार से शुरू हुई। कार्यशाला में विभिन्न वैज्ञानिक विषयों के 20 चयनित प्रतिभागियों को विज्ञान संचार का प्रशिक्षण अगले तीन दिनों तक दिया जाएगा। 

कार्यशाला के प्रारंभ में संस्थान के निदेशक डॉ. पी.के. राय ने युवा प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए निदेशालय में किये जा रहे अनुसंधान कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने आम-जनमानस में विज्ञान से सम्बंधित विषयों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में वैज्ञानिक संचार के विभिन्न माध्यमों की चर्चा बताते हुए कहा कि सूचना क्रांति के इस युग में युवाओं को वैज्ञानिक संचार के नए आयामों के बारे में सीखने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के संयोजक तरुण कुमार जैन ने प्रतिभागियों को देश निर्माण में वैज्ञानिक दृष्टिकोण की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा कि संविधान के अनुच्छेद 51 ए(एच) के तहत प्रत्येक नागरिक का संवैधानिक कर्तव्य है कि वह प्रत्येक कार्य में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाये। आयुर्वेद के विशेषज्ञ डॉ. प्रभु दयाल शर्मा ने प्रतिभागियों को दैनिक जीवन में उपयोगी आयुर्वेदिक उपचार के बारे में जानकारी दी। बुधवार को पहले सत्र में राष्ट्रिय केवालादेव (घना) पक्षी अभ्यारण्य के डी.एफ.ओ. मानस सिंह वन्यजीव एवं पर्यावरण पर अपना व्याख्यान देंगे जबकि भिजनावकाश के बाद वरिष्ठ मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. पवन शर्मा युवाओं में बढ़ते मानसिक रोगों के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला के स्थानीय संयोजक वैज्ञानिक डॉ प्रशांत यादव ने किया। 

 

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