दैनिक जीवन में अपनाएं वैज्ञानिक दृष्टिकोण : डॉ. पी.के. राय

दैनिक जीवन में अपनाएं वैज्ञानिक दृष्टिकोण : डॉ. पी.के. राय

भरतपुर(राजस्थान), जय हिन्द Newz

रिपोर्ट : डॉ. प्रशांत यादव



25 जनवरी 2024 : भरतपुर के सेवर स्थित सरसों अनुसंधान निदेशालय में चल रही तीन दिवसीय विज्ञान संचार कार्यशाला, “विज्ञान के साथ कदमताल” का  गुरुवार को समापन हो गया। इस अवसर पर कार्यशाला में शामिल 20 प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किया गया। समापन समारोह के मुख्य अथिति निदेशालय के निदेशक डॉ. पी.के. राय ने इस अवसर पर प्रतिभागियों को कार्यशाला में बताये गये विज्ञान संचार के सूत्रों का उपयोग अपने दैनिक जीवन में करने एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण आमजन तक पहुँचाने पर जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया। 

इससे पूर्व तीसरे दिवस के मुख्य वक्ता वरिष्ठ मानसिक एवं मनोरोग विषेशज्ञ डॉ. पवन शर्मा ने अपने व्याख्यान में कहा कि यदि सफलता की गारंटी चाहते हो तो अपनी योग्यता, क्षमता और संसाधनों का सटीक आंकलन कर अपना लक्ष्य तय करना होगा। सम्पूर्ण लगन, मेहनत और निष्ठा के साथ लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि हमें अपनी दिनचर्या सुधारने की भी जरुरत है। हमारा शरीर सूर्य की गति पर निर्भर है, अतः दिन के काम दिन में और रात्रि के काम रात्रि में ही करने होंगे। सूर्योदय से पहले जागना होगा और रात 9 बजे सोने की आदत डालनी होगी। रोजाना कम से कम 5 किलोमीटर पैदल चलने और 8 -10 ग्लास पानी पीने का प्रयास करना होगा। तब ही हमारा मन-मष्तिष्क एवं स्वास्थ्य ठीक ढंग से बेहतर हो सकेगा। 

दुसरे मुख्य वक्ता संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अरुण कुमार ने प्रतिभागियों को कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवीन अनुसंधानों के बारे में बताया कि कृषि में नवप्रौद्योगिकी के द्वारा ही हम बढ़ती जनसँख्या के लिए पर्याप्त भोजन का उत्पादन कर सकते हैं। उन्होंने संस्थान में राइ-सरसों पर हो रहे अनुसंधान कार्यों के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से बताया। वैज्ञानिक दृष्टिकोण के संपादक तरुण कुमार जैन ने प्रतिभागियों को वैज्ञानिक संचार से संबंधित भारत सरकार की योजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम के संयोजक वैज्ञानिक डॉ प्रशांत यादव ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यशाला का समापन किया।


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